Monday, March 8, 2010

Bahaaron ko Chaman

Song : Bahaaron ko
Lyrics :
Singer: Ghulam Ali
Language : Urdu


बहारों को चमन याद आ गया है
मुझॆ वॊ गुल बदन् आ गया है

लचकती शाख ने जब सर उठाया
किसी का बाँकपन याद आ गया है

तॆरी सूरत कॊ जब दॆखा है मैंनॆ
उरूजॆ फ़िक्रोफ़न् याद आ गया है

मिले वॊ अजनबी बनकर तो रफ़त
ज़मानॆ का चलन याद आ गया है

Monday, July 27, 2009

raat bhi neend bhi kahani bhi

Song : Raat Bhi
Lyrics :
Singer: Chitra Singh
Language : Urdu

Resung by : Sindhuja Bhaktavatsalam


This is a ghazal by Chitra Singh. Her beautiful voice makes her ghazals sound even more special. Very sad that she stopped singing after the death of her son.

Here are the lyrics followed by my rendition of the ghazal. As always, feedback is much appreciated, especially here, since I'm not exactly super comfortable singing this genre :) Also, keeping with the spirit of this blog, it would be nice to open a discussion on the interpretation of the lyrics.


रात भी नींद भी कहानी भी
हाय! क्या चीज़ है जवानी भी

दिल को शोलों से करती है सैलाब
ज़िन्दगी आग भी है पानी भी

ख़त क्या क्या मुझे नहीं कहती
कुछ सुनूं मैं तेरी जुबानी भी
पास रहना किसी का रात की रात
महमानी भी मज़बानी भी

Word meanings:- shola: fire/ flame; sailaab: flood; hkhat: letter; zubaani: language; mehmaan: guest; mezbaan: host


A note on first word of the last stanza: Its not exactly clear to me what Chitraji sings. I found various substitutes for that word when I looked up various versions of lyrics for this song on the internet. There was "khat", "harf", "khalq", "khaRk"... Going by the context I think it makes sense that it should mean "letter". I understood the first two lines to mean that the girl says to her man that a letter does not say everything, so she longs to listen to him speak to her- which is why I sang it as "khat".

When I looked up Urdu dictionaries, "harf" was also said to mean "letter", but not as in "writing a letter", but as in "letter of the alphabet". As for "khaRk" and "khalq" I am really unsure. So if someone can throw some light on this, it would be great.

So here goes...
















Thursday, November 27, 2008

Aandhiyaan aati thiin

Song: AndhiyAn Ati thIn
Album: kaash
Singer: Hariharan

आंधियाँ आती थीं, लेकिन कभी ऐसा न हुआ
खौ़फ़ के मारे जुदा शाख से पत्ता न हुआ
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वक़्त की डोर को थामे रहे मज़बूती से
और जब छूटी तो अफ़सोस भी इसका न हुआ
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रात को दिन से मिलाने की हवस थी हमको
काम अच्छा न था अंजाम भी अच्छा न हुआ
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ख़ूब दुनिया है के सूरज से रक़ाबत थी जिन्हें
उनको हासिल किसी दीवार का साया न हुआ

Monday, November 10, 2008

main nazar se pee rahaa hoon










Song : Main Nazar se pee raha hoon
Lyrics :
Singer: Ghulam Ali
Language : Urdu
Tamil Lyrics : Murali Venkatraman
Genre : Translation

मैं नज़र से पी रहा हूँ
============

(1)
मैं नज़र से पी रहा हूँ ये समा बदल न जाए |
न झुकाओ तुम निगाहें कहीं रात ढल न जाए |

கண்களால் (நான்) அருந்துகின்றேன்
கணமே ! கழியலாகா !
கண்ணிமை நீ தாழ்த்திடாதே !
காரிருள் விலகலாகா !


(2)
मेरे अश्क भी है इसमें ये शराब उबल न जाए |
मेरा जाम छूनेवाले तेरा हाथ जल न जाए |

கண்வழி பொங்குநீர் கன்னம்
வீழவே சுடும் மதுக்கிண்ணம்
தீண்டவே செய்திடாதே
கைகளே கருகலாகா !


(3)
अब ये रात कुछ है बाकी न उठा नकाब साक़ी |
तेरा रिंद गिरते गिरते कहीं फिर संभल न जाए |

இன்னும் இரவு உள்ளது மீதம்
முகத்திரை நீக்காதே நீயும் !
நிற்க முயன்று வீழும் இந்த
இன்பமே தெளியலாகா !


(4)
मेरी जिंदगी के मालिक मेरे दिल पे हाथ रख़ना |
तेरे आने की ख़ुशी में मेरा दम निकल न जाए |

என் வாழ்வின் தலைவியே நீ
என் இதயத்தில் கை வைப்பாய் !
நீவரும் செய்தி ஆனந்தம்
மூச்சுமே நின்று போமோ ?


(5)
मुझे फूंकने से पहले मेरा दिल निकाल लेना |
वो किसी की है अमानत कहीं साथ जल न जाए |

என்னை எரிக்கும் முன்னர் எந்தன்
இதயத்தை நீக்கி வைப்பீர் !
இதயமே அவள் உடைமை
சேர்ந்தது எரியலாகா !

Aa chaandni











Song
: आज चांदनी

Album : Gulfam
Singer : Hariharan
Lyrics : Hariharan
Language : Urdu
Tamil Lyrics : Murali Venkatraman
Genre : Translation

चांदनी
======

(1)
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही है |
पलकों पे चरागों को लिए रात खड़ी है |

வா ! நிலவுமே இன்றென்னைப் போல் விழித்திருக்கிறது
இமை மேலே அகல் வைத்து இந்த இரவு மிளிர்கிறது

(2)
वो माथे का मतला हो के होंठों के दो मिसरे |
बचपन से ग़ज़ल ही मेरी महबूब रही है |

கூர் நாசியும் சீர்தானோ ? இதழ் போன்று ஈரடியோ ?
சிறு வயது முதல் காதலியாய் கஜல் ஒலிக்கிறது

(3)
ग़ज़लों ने वही ज़ुल्फों के फैला दिए साए |
जिन राहों पे देखा कि बहुत धूप कड़ी है |

வெண்பாக்களே கருங்கூந்தலாய் நிழல் பரப்பி வைக்கிறது !
சுடு வெய்யிலின் கடுமை தனை தணித்து வைக்கிறது !

(4)
हम दिल्ली भी हो आए हैं लाहोर भी घूमे |
हे यार ! मगर तेरी गली तेरी गली है |

பல நகரங்கள் பயணித்தேன் அங்கு நரகம் நகைக்கிறது
நீ வாழும் மண் தெருவிலோ சொர்க்கம் சிரிக்கிறது